यूहन्ना 1

1 आदि में वचन था, और वचन परमेश्वर के साथ था, और वचन परमेश्वर था। 2 यही आदि में परमेश्वर के साथ था। 3 सब कुछ उसी के द्वारा उत्पन्न हुआ और जो कुछ उत्पन्न हुआ है, उस में से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्पन्न न हुई। 4 उस में जीवन था; और वह […]

यूहन्ना 2

1 फिर तीसरे दिन गलील के काना में किसी का ब्याह था, और यीशु की माता भी वहां थी। 2 और यीशु और उसके चेले भी उस ब्याह में नेवते गए थे। 3 जब दाखरस घट गया, तो यीशु की माता ने उस से कहा, कि उन के पास दाखरस नहीं रहा। 4 यीशु ने […]

यूहन्ना 3

1 फरीसियों में से नीकुदेमुस नाम एक मनुष्य था, जो यहूदियों का सरदार था। 2 उस ने रात को यीशु के पास आकर उस से कहा, हे रब्बी, हम जानते हैं, कि तू परमेश्वर की आरे से गुरू हो कर आया है; क्योंकि कोई इन चिन्हों को जो तू दिखाता है, यदि परमेश्वर उसके साथ […]

यूहन्ना 4

1 फिर जब प्रभु को मालूम हुआ, कि फरीसियों ने सुना है, कि यीशु यूहन्ना से अधिक चेले बनाता, और उन्हें बपतिस्मा देता है। 2 (यद्यपि यीशु आप नहीं वरन उसके चेले बपतिस्मा देते थे)। 3 तब यहूदिया को छोड़कर फिर गलील को चला गया। 4 और उस को सामरिया से होकर जाना अवश्य था। […]

यूहन्ना 5

1 इन बातों के पीछे यहूदियों का एक पर्व हुआ और यीशु यरूशलेम को गया॥ 2 यरूशलेम में भेड़-फाटक के पास एक कुण्ड है जो इब्रानी भाषा में बेतहसदा कहलाता है, और उसके पांच ओसारे हैं। 3 इन में बहुत से बीमार, अन्धे, लंगड़े और सूखे अंग वाले (पानी के हिलने की आशा में) पड़े […]

यूहन्ना 6

1 इन बातों के बाद यीशु गलील की झील अर्थात तिबिरियास की झील के पास गया। 2 और एक बड़ी भीड़ उसके पीछे हो ली क्योंकि जो आश्चर्य कर्म वह बीमारों पर दिखाता था वे उन को देखते थे। 3 तब यीशु पहाड़ पर चढ़कर अपने चेलों के साथ वहां बैठा। 4 और यहूदियों के […]

यूहन्ना 7

1 इन बातों के बाद यीशु गलील में फिरता रहा, क्योंकि यहूदी उसे मार डालने का यत्न कर रहे थे, इसलिये वह यहूदिया में फिरना न चाहता था। 2 और यहूदियों का मण्डपों का पर्व निकट था। 3 इसलिये उसके भाइयों ने उस से कहा, यहां से कूच करके यहूदिया में चला जा, कि जो […]

यूहन्ना 8

1 परन्तु यीशु जैतून के पहाड़ पर गया। 2 और भोर को फिर मन्दिर में आया, और सब लोग उसके पास आए; और वह बैठकर उन्हें उपदेश देने लगा। 3 तब शास्त्री और फरीसी एक स्त्री को लाए, जो व्यभिचार में पकड़ी गई थी, और उस को बीच में खड़ी करके यीशु से कहा। 4 […]

यूहन्ना 9

1 फिर जाते हुए उस ने एक मनुष्य को देखा, जो जन्म का अन्धा था। 2 और उसके चेलों ने उस से पूछा, हे रब्बी, किस ने पाप किया था कि यह अन्धा जन्मा, इस मनुष्य ने, या उसके माता पिता ने? 3 यीशु ने उत्तर दिया, कि न तो इस ने पाप किया था, […]

यूहन्ना 10

1 मैं तुम से सच सच कहता हूं, कि जो कोई द्वार से भेड़शाला में प्रवेश नहीं करता, परन्तु और किसी ओर से चढ़ जाता है, वह चोर और डाकू है। 2 परन्तु जो द्वार से भीतर प्रवेश करता है वह भेड़ों का चरवाहा है। 3 उसके लिये द्वारपाल द्वार खोल देता है, और भेंड़ें […]