यहेजकेल 1

1 तीसवें वर्ष के चौथे महीने के पांचवें दिन, मैं बंधुओं के बीच कबार नदी के तीर पर था, तब स्वर्ग खुल गया, और मैं ने परमेश्वर के दर्शन पाए। 2 यहोयाकीम राजा की बंधुआई के पांचवें वर्ष के चौथे महीने के पांचवें दिन को, कसदियों के देश में कबार नदी के तीर पर, 3 […]

यहेजकेल 2

1 और उसने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, अपने पांवों के बल खड़ा हो, और मैं तुझ से बातें करूंगा। 2 जैसे ही उसने मुझ से यह कहा, त्योंही आत्मा ने मुझ में समाकर मुझे पांवों के बल खड़ा कर दिया; और जो मुझ से बातें करता था मैं ने उसकी सुनी। 3 […]

यहेजकेल 3

1 तब उसने मुझ से कहा हे मनुष्य के सन्तान, जो तुझे मिला है उसे खा ले; अर्थात इस पुस्तक को खा, तब जा कर इस्राएल के घराने से बातें कर। 2 सो मैं ने मुंह खोला और उसने वह पुस्तक मुझे खिला दी। 3 तब उसने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, यह […]

यहेजकेल 4

1 और हे मनुष्य के सन्तान, तू एक ईंट ले और उसे अपने साम्हने रख कर उस पर एक नगर, अर्थात यरूशलेम का चित्र खींच; 2 तब उसे घेर अर्थात उसके विरुद्ध क़िला बना और उसके साम्हने दमदमा बान्ध; और छावनी डाल, और उसके चारों ओर युद्ध के यंत्र लगा। 3 तब तू लोहे की […]

यहेजकेल 5

1 और हे मनुष्य के सन्तान, एक पैनी तलवार ले, और उसे नाऊ के छुरे के काम में लाकर अपने सिर और दाढ़ी के बाल मूंड़ डाल; तब तौलने का कांटा ले कर बालों के भाग कर। 2 जब नगर के घिरने के दिन पूरे हों, तब नगर के भीतर एक तिहाई आग में डाल […]

यहेजकेल 6

1 फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा। 2 हे मनुष्य के सन्तान अपना मुख इस्राएल के पहाड़ों की ओर कर के उनके विरुद्ध भविष्यद्वाणी कर, 3 और कह, हे इस्राएल के पहाड़ो, प्रभु यहोवा का वचन सुनो! प्रभु यहोवा पहाड़ों और पहाडिय़ों से, और नालों और तराइयों से यों कहता है, देखो, मैं […]

यहेजकेल 7

1 फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, 2 हे मनुष्य के सन्तान, प्रभु यहोवा इस्राएल की भूमि के विषय में यों कहता है, कि अन्त हुआ; चारों कोनों समेत देश का अन्त आ गया है। 3 तेरा अन्त भी आ गया, और मैं अपना कोप तुझ पर भड़का कर तेरे चालचलन के अनुसार […]

यहेजकेल 8

1 फिर छठवें वर्ष के छठवें महीने के पांचवें दिन को जब मैं अपने घर में बैठा था, और यहूदियों के पुरनिये मेरे साम्हने बैठे थे, तब प्रभु यहोवा की शक्ति वहीं मुझ पर प्रगट हुई। 2 और मैं ने देखा कि आग का सा एक रूप दिखई देता है; उसकी कमर से नीचे की […]

यहेजकेल 9

1 फिर उसने मेरे कानों में ऊंचे शब्द से पुकार कर कहा, नगर के अधिकारियों को अपने अपने हाथ में नाश करने का हथियार लिए हुए निकट लाओ। 2 इस पर छ: पुरुष, उत्तर की ओर ऊपरी फाटक के मार्ग से अपने अपने हाथ में घात करने का हथियार लिए हुए आए; और उनके बीच […]

यहेजकेल 10

1 इसके बाद मैं ने देखा कि करूबों के सिरों के ऊपर जो आकाशमण्डल है, उस में नीलमणि का सिंहासन सा कुछ दिखाई देता है। 2 तब यहोवा ने उस सन के वस्त्र पहिने हुए पुरुष से कहा, घूमने वाले पहियों के बीच करूबों के नीचे जा और अपनी दोनों मुट्ठियों को करूबों के बीच […]