1 जब अमस्याह राज्य करने लगा तब वह पच्चीस वर्ष का था, और यरूशलेम में उनतीस वर्ष तक राज्य करता रहा; और उसकी माता का नाम यहोअद्दान था, जो यरूशलेम की थी। 2 उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है, परन्तु खरे मन से न किया। 3 जब राज्य उसके हाथ में […]
Monthly Archives: October 2017
2 इतिहास 26
1 तब सब यहूदी प्रजा ने उज्जिय्याह को ले कर जो सोलह वर्ष का था, उसके पिता अमस्याह के स्थान पर राजा बनाया। 2 जब राजा अमस्याह अपने पुरखाओं के संग सो गया तब उज्जिय्याह ने एलोत नगर को दृढ़ कर के यहूदा में फिर मिला लिया। 3 जब उज्जिय्याह राज्य करने लगा, तब वह […]
2 इतिहास 27
1 जब योताम राज्य करने लगा तब वह पच्चीस वर्ष का था, और यरूशलेम में सोलह वर्ष तक राज्य करता रहा। और उसकी माता का नाम यरूशा था, जो सादोक की बेठी थी। 2 उसने वह किया, जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है, अर्थात जैसा उसके पिता उज्जिय्याह ने किया था, ठीक वैसा ही […]
2 इतिहास 28
1 जब आहाज राज्य करने लगा तब वह बीस वर्ष का था, और सोलह वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा। और अपने मूलपुरुष दाऊद के समान काम नहीं किया, जो यहोवा की दृष्टि में ठीक था, 2 परन्तु वह इस्राएल के राजाओं की सी चाल चला, और बाल देवताओं की मूतिर्यां ढलवा कर बनाईं; […]
2 इतिहास 29
1 जब हिजकिय्याह राज्य करने लगा तब वह पच्चीस वर्ष का था, और उनतीस वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा। और उसकी माता का ताम अबिय्याह था, जो जकर्याह की बेटी थी। 2 जैसे उसके मूलपुरुष दाऊद ने किया था अर्थात जो यहोवा की दृष्टि में ठीक था वैसा ही उसने भी किया। 3 […]
2 इतिहास 30
1 फिर हिजकिय्याह ने सारे इस्राएल और यहूदा में कहला भेजा, और एप्रैम और मनश्शे के पास इस आशय के पत्र लिख भेजे, कि तुम यरूशलेम को यहोवा के भवन में इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के लिये फसह मनाने को आओ। 2 राजा और उसके हाकिमों और यरूशलेम की मणडली ने सम्मति की थी कि […]
2 इतिहास 31
1 जब यह सब हो चुका, तब जितने इस्राएली अपस्थित थे, उन सभों ने यहूदा के नगरों में जा कर, सारे यहूदा और बिन्यामीन और एप्रेम और मनश्शे में कि लाठों को तोड़ दिया, अशेरों को काट डाला, और ऊंचे स्थानों और वेदियों को गिरा दिया; और उन्होंने उन सब का अन्त कर दिया। तब […]
2 इतिहास 32
1 इन बातों और ऐसे प्रबन्ध के बाद अश्शूर का राजा सन्हेरीब ने आकर यहूदा में प्रवेश कर ओर गढ़ वाले नगरों के विरुद्ध डेरे डाल कर उन को अपने लाभ के लिये लेना चाहा। 2 यह देख कर कि सन्हेरीब निकट आया है और यरूशलेम से लड़ने की मनसा करता है, 3 हिजकिय्याह ने […]
2 इतिहास 33
1 जब मनश्शे राज्य करने लगा तब वह बारह वर्ष का था, और यरूशलेम में पचपन वर्ष तक राज्य करता रहा। 2 उसने वह किया, जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था, अर्थात उन जातियों के घिनौने कामों के अनुसार जिन को यहोवा ने इस्राएलियों के साम्हने से देश से निकाल दिया था। 3 उसने […]
2 इतिहास 34
1 जब योशिय्याह राज्य करने लगा तब वह आठ वर्ष का था, और यरूशलेम में इकतीस वर्ष तक राज्य करता रहा। 2 उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है, और जिन मार्गों पर उसका मूलपुरुष दाऊद चलता रहा, उन्हीं पर वह भी चला करता था और उस से न तो दाहिनी ओर […]