1 और यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, 2 हे मनुष्य के सन्तान, क्या तू उस हत्यारे नगर का न्याय न करेगा? क्या तू उसका न्याय न करेगा? उसको उसके सब घिनौने काम जता दे, 3 और कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, हे नगर तू अपने बीच में हत्या करता है जिस से […]
Monthly Archives: October 2017
यहेजकेल 23
1 यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, 2 हे मनुष्य के सन्तान, दो स्त्रियां थी, जो एक ही मां की बेटी थीं, 3 वे अपने बचपन ही में वेश्या का काम मिस्र में करने लगी; उनकी छातियां कुंवारपन में पहिले वहीं मींजी गई और उनका मरदन भी हुआ। 4 उन लड़कियों में से बड़ी […]
यहेजकेल 24
1 नवें वर्ष के दसवें महीने के दसवें दिन को, यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, 2 हे मनुष्य के सन्तान, आज का दिन लिख रख, क्योंकि आज ही के दिन बाबुल के राजा ने यरूशलेम आ घेरा है। 3 और इस बलवई घराने से यह दृष्टान्त कह, प्रभु यहोवा कहता है, हण्डे को […]
यहेजकेल 25
1 यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, 2 हे मनुष्य के सन्तान, अम्मोनियों की ओर मुंह कर के उनके विषय में भविष्यद्वाणी कर। 3 उन से कह, हे अम्मोनियों, परमेश्वर यहोवा का वचन सुनो, परमेश्वर यहोवा यों कहता है कि तुम ने जो मेरे पवित्रस्थान के विषय जब वह अपवित्र किया गया, और इस्राएल […]
यहेजकेल 26
1 ग्यारहवें वर्ष के पहिले महीने के पहिले दिन को यहोवा का यह वचन मेरे पास पहंचा, 2 हे मनुष्य के सन्तान, सोर ने जो यरूशलेम के विष्य में कहा है, अहा, अहा। जो देश देश के लोगों के फाटक के समान थी, वह नाश होगई। 3 उसके उजड़ जाने से मैं भरपूर हो जाऊंगा! […]
यहेजकेल 27
1 यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, 2 हे मनुष्य के सन्तान, सोर के विषय एक विलाप का गीत बना कर उस से यों कह, 3 हे समुद्र के पैठाव पर रहने वाली, हे बहुत से द्वीपों के लिये देश देश के लोगों के साथ व्यापार करने वाली, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, हे […]
यहेजकेल 28
1 यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, 2 हे मनुष्य के सन्तान, सोर के प्रधान से कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता है कि तू ने मन में फूलकर यह कहा है, मैं ईश्वर हूँ, मैं समुद्र के बीच परमेश्वर के आसन पर बैठा हूँ, परन्तु, यद्यपि तू अपने आप को परमेश्वर सा दिखाता है, […]
यहेजकेल 29
1 दसवें वर्ष के दसवें महीने के बारहवें दिन को यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, 2 हे मनुष्य के सन्तान, अपना मुख मिस्र के राजा फिरौन की ओर कर के उसके और सारे मिस्र के विरुद्ध भविष्यद्वाणी कर; 3 यह कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता हे, हे मिस्र के राजा फिरौन, मैं तेरे […]
यहेजकेल 30
1 फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, 2 हे मनुष्य के सन्तान, भविष्यद्वाणी कर के कह, परमेश्वर यहोवा यों कहता है, हाय, हाय करो, हाय उस दिन पर! 3 क्योंकि वह दिन अर्थात यहोवा का दिन निकट है; वह बादलों का दिन, और जातियों के दण्ड का समय होगा। 4 मिस्र में तलवार […]
यहेजकेल 31
1 ग्यारहवें वर्ष के तीसरे महीने के पहिले दिन को यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, 2 हे मनुष्य के सन्तान, मिस्र के राजा फिरौन और उसकी भीड़ से कह, अपनी बड़ाई में तू किस के समान है। 3 देख, अश्शूर तो लबानोन का एक देवदार था जिसकी सुन्दर सुन्दर शाखें, घनी छाया देतीं […]