सपन्याह 1

1 आमोन के पुत्र यहूदा के राजा योशिय्याह के दिनों में, सपन्याह के पास जो हिजकिय्याह के पुत्र अमर्याह का परपोता और गदल्याह का पोता और कूशी का पुत्र था, यहोवा का यह वचन पहुंचा: 2 मैं धरती के ऊपर से सब का अन्त कर दूंगा, यहोवा की यही वाणी है। 3 मैं मनुष्य और […]

सपन्याह 2

1 हे निर्लज्ज जाति के लोगो, इकट्ठे हो! 2 इस से पहिले कि दण्ड की आज्ञा पूरी हो और बचाव का दिन भूसी की नाईं निकले, और यहोवा का भड़कता हुआ क्रोध तुम पर आ पड़े, और यहोवा के क्रोध का दिन तुम पर आए, तुम इकट्ठे हो। 3 हे पृथ्वी के सब नम्र लोगों, […]

सपन्याह 3

1 हाय बलवा करने वाली और अशुद्ध और अन्धेर से भरी हुई नगरी! 2 उसने मेरी नहीं सुनी, उसने ताड़ना से भी नहीं माना, उसने यहोवा पर भरोसा नहीं रखा, वह अपने परमेश्वर के समीप नहीं आई॥ 3 उसके हाकिम गरजने वाले सिंह ठहरे; उसके न्यायी सांझ को आहेर करने वाले हुंडार हैं जो बिहान […]

हबक्कूक 1

1 भारी वचन जिस को हबक्कूक नबी ने दर्शन में पाया॥ 2 हे यहोवा मैं कब तक तेरी दोहाई देता रहूंगा, और तू न सुनेगा? मैं कब तक तेरे सम्मुख “उपद्रव”, “उपद्रव” चिल्लाता रहूंगा? क्या तू उद्धार नहीं करेगा? 3 तू मुझे अनर्थ काम क्यों दिखाता है? और क्या कारण है कि तू उत्पात को […]

हबक्कूक 2

1 मैं अपने पहरे पर खड़ा रहूंगा, और गुम्मट पर चढ़ कर ठहरा रहूंगा, और ताकता रहूंगा कि मुझ से वह क्या कहेगा? और मैं अपने दिए हुए उलाहने के विषय में उत्तर दूं? 2 यहोवा ने मुझ से कहा, दर्शन की बातें लिख दे; वरन पटियाओं पर साफ साफ लिख दे कि दौड़ते हुए […]

हबक्कूक 3

1 शिग्योनीत की रीति पर हबक्कूक नबी की प्रार्थना॥ 2 हे यहोवा, मैं तेरी कीर्ति सुन कर डर गया। हे यहोवा, वर्तमान युग में अपने काम को पूरा कर; इसी युग में तू उसको प्रकट कर; क्रोध करते हुए भी दया करना स्मरण कर॥ 3 ईश्वर तेमान से आया, पवित्र ईश्वर परान पर्वत से आ […]

नहूम 1

1 नीनवे के विषय में भारी वचन। एल्कोशी नहूम के दर्शन की पुस्तक॥ 2 यहोवा जल उठने वाला और बदला लेने वाला ईश्वर है; यहोवा बदला लेने वाला और जलजलाहट करने वाला है; यहोवा अपने द्रोहियों से बदला लेता है, और अपने शत्रुओं का पाप नहीं भूलता। 3 यहोवा विलम्ब से क्रोध करने वाला और […]

नहूम 2

1 सत्यानाश करने वाला तेरे विरुद्ध चढ़ आया है। गढ़ को दृढ़ कर; मार्ग देखता हुआ चौकस रह; अपनी कमर कस; अपना बल बढ़ा दे॥ 2 यहोवा याकूब की बड़ाई इस्राएल की बड़ाई के समान ज्यों की त्यों कर रहा है, क्योंकि उजाड़ने वालों ने उन को उजाड़ दिया है और दाखलता की डालियों को […]

नहूम 3

1 हाय उस हत्यारी नगरी पर, वह तो छल और लूट के धन से भरी हुई है; लूट कम नहीं होती है। 2 कोड़ों की फटकार और पहियों की घड़घड़ाहट हो रही है; घोड़े कूदते-फांदते और रथ उछलते चलते हैं। 3 सवार चढ़ाई करते, तलवारें और भाले बिजली की नाईं चमकते हैं, मारे हुओं की […]

मीका 1

1 यहोवा का वचन, जो यहूदा के राजा योताम, आहाज और हिजकिय्याह के दिनों में मीका मोरेशेती को पहुंचा, जिस को उसने शोमरोन और यरूशलेम के विषय में पाया॥ 2 हे जाति-जाति के सब लोगों, सुनो! हे पृथ्वी तू उस सब समेत जो तुझ में है, ध्यान दे! और प्रभु यहोवा तुम्हारे विरुद्ध, वरन परमेश्वर […]